Increase in difficulties : किसी भी ग्रह के परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों को भुगतना पड़ता है। फर्क सिर्फ इतना है कि कुछ के लिए ये परिणाम शुभ होते हैं और कुछ के लिए अशुभ। ऐसे में हर राशि के लोगों के लिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि किसी ग्रह विशेष के परिवर्तन का हम पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है। 17 अक्टूबर को मंगल गोचर कर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। यह ‘महा दरिद्र योग’ बना रहा है। हालांकि यह सभी राशियों को प्रभावित करेगा, लेकिन यह योग चार राशियों के लिए परेशानी ला सकता है। आइए जानते हैं क्या हैं ये राशियां।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

वृषभ राशि 
इस राशि के लोगों के लिए ‘महा दरिद्र योग’ कष्टदायक हो सकता है। इसका कारण यह है कि इस दौरान वृष गोचर कुंडली के केंद्र में कोई शुभ ग्रह नहीं होगा। साथ ही वृष राशि का स्वामी शुक्र कमजोर और पतित हो जाएगा। इससे इस राशि के लोगों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही इस दौरान व्यापार भी धीमी गति से चलता रहेगा। इस दौरान नए निवेश से बचने की कोशिश करनी चाहिए, साथ ही किसी को कर्ज देते समय हर बात पर ध्यान से सोचना चाहिए।

सिंह राशि
‘महा दरिद्र योग’ आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। वहीं इस राशि के स्वामी सूर्य देव 17 अक्टूबर को तुला राशि में प्रवेश करेंगे। इस कारण इस राशि के गोचर राशि के केंद्र में कोई भी शुभ ग्रह इस अवधि में नहीं रहेगा। साथ ही यह योग भी बनेगा क्योंकि धन कारक मृत्यु स्थान पर स्थित है। इसलिए इस राशि के लोगों को इस दौरान बेहद सावधान रहने की जरूरत है। इन दिनों जीवनसाथी के साथ अनबन हो सकती है।

वृश्चिक राशि
इस राशि के जातकों के लिए महा दरिद्र योग भी अशुभ साबित हो सकता है। इस अवधि में इस राशि का स्वामी मंगल शत्रु राशि के मृत्यु स्थान में स्थित है, इसलिए यह अशुभ योग बनता है। वहीं केतु ग्रह की नवम राशि भी अस्त हो रही है और गोचर कुंडली के केंद्र में कोई शुभ ग्रह नहीं होगा। इसलिए इस बार सावधान रहें। कोई नया काम शुरू ना करें तो ही बेहतर है। साथ ही इस दौरान व्यापार में भी सावधानी बरतें।

कुंभ राशि
इन राशियों के लोगों को महा दरिद्र योग नुकसान भी पहुंचा सकता है। क्योंकि इस राशि के स्वामी शनि बारहवें भाव में विराजमान हैं। साथ ही गोचर चार्ट के केंद्र में कोई ग्रह नहीं है। भाग्य स्थान के स्वामी शुक्र की हालत खराब है। वहीं इस राशि के लोगों को जन्म दोष के कारण इस अवधि में बेहद सावधान रहने की जरूरत है। इस समय स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।

Increase in difficulties

(यहां दी गई जानकारी मान्यताओं और सामान्य जानकारी पर आधारित है।)